Dengue Symptoms in Hindi: डेंगू होने के कारण लक्षण और इलाज

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Dengue Symptoms in Hindi

Dengue Symptoms in Hindi: डेंगू बुखार एक आम बीमारी है जोकि मच्छरों के काटने की वजह से फैलती है। इसके लक्षण आमतौर पर फ्लू जैसे पाये जाते हैं, लेकिन ध्यान न देने पर गंभीर (डेंगू रक्तस्रावी) भी हो सकते हैं। जिसकी वजह से तेज बुखार होता है और इससे आपका स्वस्थ भी प्रभावित हो जाता है। जो आपके या आपके प्रियजन के जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है, इसलिए इसको हल्के में न लें, जैस ही लक्षण समझ में आए तभी अपने नजदीकी डॉक्टर से परामर्श करें। यदि आपको दूसरी बार संक्रमण प्रभावित कर रहे तो इसके लक्षणों के खतरा बढ़ जाता है। यदि आपको पहले एक बार डेंगू बुखार हो चुका है तो आपको टीका लगवा लेना चाहिए।

Dengue Symptoms in Hindi
Dengue

डेंगू बुखार एक वायरस होता है, जो एडीएस मच्छर के काटने से होता है। जो आपको चार प्रकार के डेंगू वायरस को (DENV) ले जाने वाले एक में से किसी मच्छर के काटने से होता है। यह वायरस सबसे ज्यादा उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में देखने को मिलता है, जिसमें अफ्रीका, मध्य और दक्षिण अमेरिका, एशिया के कुछ हिस्से और प्रशांत द्वीप शामिल हैं।

ये एक अफवाह है कि डेंगू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, सिवाय गर्भवती महिला को छोड कर, क्योंकि गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे को माँ से ही सब उस समय मिलता है, इसलिए यदि माँ को डेंगू वायरस की शिकायत है तो लाज़मी है कि बच्चे को भी हो सकता है।

एक शोध के अनुमान के अनुसार हर साल लगभग 400 मिलियन के आसपास लोग डेंगू वायरस से संक्रमित होते हैं, लेकिन वहीं अधिकांश लोगों (लगभग 80%) को ये संक्रमण प्रभावित नही कर पाता है।

(What are the Symptoms and Causes of Dengue Fever in Hindi)

डेंगू वायरस के लक्षण ज़्यादातर हर व्यक्ति में देखने को नही मिलते हैं, अगर लक्षण दिखाई देते हैं भी तो तेज बुखार (104°F/40°C) ही जो आम होता है, कुछ ओर भी लक्षण निम्न हैं:-

  1. थकान
  2. सांस लेने में मुश्किल
  3. खरोंच
  4. मतली या उल्टी
  5. आँखों में तेज दर्द का होना।
  6. मांसपेशियों, हड्डियों और शरीर के जोड़ों में दर्द

डेंगू बुखार के लक्षण मच्छर के काटने के 5-10 दिन बाद दिखाई देते हैं और चार से सात दिन तक रहकर आपको परेशान कर सकता है। डेंगू वायरस से प्रभावित 20 में से लगभग 1 व्यक्ति में से लक्षण खत्म होने के पश्चात भी गंभीर डेंगू दुबारा से हो सकता है। इसलिए अपना ध्यान रखे स्वस्थ रहें।

डेंगू वायरस के गंभीर लक्षण यदि बिगड़ जाएँ तो ये जानलेवा भी साबित हो सकता है। बुखार के चले जाने के 24 से 48 घंटे बाद गंभीर डेंगू के चेतावनी संकेत आमतौर पर दिखाई देते हैं।

अगर आप डेंगू वायरस से संक्रमित हैं या आप ऐसे इलाके में रहते हैं जहांडेंगू वायरस का खतरा अधिक होता है, तो नीचे दिये गए इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत अपने नजदीकी आपातकालीन कक्ष में जा कर दिखाएँ:-

  • बार-बार उल्टी का होना।
  • रक्त की उलतू होना या मल में रक्त का आना।
  • पेट दर्द का होना।
  • अत्यधिक थकान, बाइछेनि या चिड़चिड़ापन का होना।
  • नाक के द्वारा खून आना या मसूड़ों से खून का आना।

डेंगू बुखार का होना चार डेंगू वायरस में से एक के कारण हो सकता है। जब आपको डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छर काटता है, तो उस समय वायरस आपके रक्त में प्रवेश कर सकता है और अपनी जगह बना सकता है। जिसके बाद वायरस और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया आपको बीमार जैसा महसूस करा सकती है।

डेंगू वायरस आपके रक्त के उन हिस्सों को नष्ट करने पर काम कर सकता है जो खून के थक्के बनाते हैं और जो आपकी रक्त वाहिकाओं को संरचना प्रदान करने में मदद करते हैं। वायरस आपके प्रतिरक्षा तंत्र के द्वारा बनाए गए कुछ रसायनों के साथ मिलकर, आपके रक्त को आपकी वाहिकाओं से बाहर निकालने पर काम कर सकता है और जो आंतरिक रक्तस्राव का एक बड़ा कारण बन सकता है। इस प्रक्रिया के तहत गंभीर डेंगू के जानलेवा लक्षण के रूप में सामने आते हैं।

डेंगू वाइरस एडीज मच्छरों के द्वारा फैलता है, जो जीका और चिकनगुनिया जैसे वायरस को भी फैलाने में अहम भूमिका अदा करते हैं। यदि कोई मच्छर डेंगू बुखार से संक्रमित किसी व्यक्ति को काटता है और फिर वही मच्छर किसी और जो इस वायरस से प्रभावित नही है को काटता है, तो वह व्यक्ति भी इस वाइरस से संक्रमित हो जाता है।

डेंगू वायरस एक फ्लू की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे संक्रामक रूप में नहीं होता है। किसी अन्य व्यक्ति से डेंगू होने का एकमात्र कारण यह है कि गर्भवती महिला डेंगू से संक्रमित हो जाए, तो इस अवस्था में उसके अंदर पल रहा बच्चा इस संक्रमण का शिकार ही जाएगा।  

कैसे किया जाता है डेंगू बुखार का इलाज?

डेंगू वायरस का अभी फिलहाल कोई खास इलाज करने वाली दवा नहीं है। आपका डॉक्टर ही आप को अपने लक्षणों को प्रबंधित करने के सही तरीके और आपको कब किस समय और कैसे आपातकालीन कक्ष में पहुंचाना चाहिए, इस के बारे में सुझाव देगा।

डेंगू बुखार का इलाज करने का एकमात्र तरीका अपने लक्षणों को नियंत्रित करना ही है। जितना हो सके अपने डॉक्टर की सिफारिशों का पालन करें, और जिनमें ये शामिल हो सकते हैं:

  • जितना हो सके पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस पीकर अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।
  • जितना संभव हो उतना आराम करें और ज्यादा खुद को थकाएँ नही।
  • स्वस्थ आहार लें।
  • संबंधित इलाज करवाएँ।
  1. डेंगू वायरस से बचने के लिए मच्छरों के काटने से बचे।
  2. पूरे बाजू के कपड़े पहने व अपने बच्चों को भी पूरे बाजू के कपड़े पहनाए।
  3. बुखार के जाने के बाद भी समय रहते पूरी दवा लें।

डेंगू वायरस एक गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके लक्षणों को समय से पहचानना अतिमहत्वपूर्ण है ताकि इससे संक्रमित व्यक्ति का उपचार सही समय पर हो सके। जितना ही सके अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए हमेशा सावधान रहें और डेंगू से बचाव के उपायों का पूर्ण तरीके से पालन करें। यदि आपको अपने अंदर या अपने प्रियजन के अंदर डेंगू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह का पूरा पालन करें।

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