Indira Gandhi National Old Age Pension Scheme: भारत में वृद्ध व्यक्तियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत महिला और पुरुष दोनों को हर महीने पेंशन मिलती है, और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
इस लेख में हम आपको इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज़ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, ताकि आप आसानी से इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। इस योजना का लाभ देश के सभी नागरिक उठा सकते हैं। यदि आप वृद्ध श्रेणी में आते हैं, तो कृपया इस लेख को ध्यान से पढ़ें।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना की शुरुआत 15 अगस्त 1995 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा की गई थी। इस योजना का उद्देश्य समाज के वरिष्ठ वृद्धों को मासिक पेंशन के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना उन वृद्धों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो गरीबी रेखा के नीचे आते हैं और जिनको जीवनयापन के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है।
इस योजना के माध्यम से अब तक कई वृद्ध व्यक्तियों को लाभ मिल चुका है, जिससे वे अपने जीवन के अंतिम समय में आर्थिक कठिनाइयों से निजात पाने में सक्षम हुए हैं। यह योजना वृद्ध व्यक्तियों को तब सहायता प्रदान करती है, जब उन्हें सबसे अधिक आर्थिक सहायता की आवश्यकता होती है, इसीलिए इसे अब तक की सबसे सफल वृद्धावस्था योजनाओं में से एक माना जाता है।
क्या रहेगा Indira Gandhi National Old Age Pension Scheme का उद्देश्य
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना का उद्देश्य समाज के गरीब वृद्ध लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वृद्ध अपनी वृद्धावस्था में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकें। इस योजना के माध्यम से गरीब वृद्धों को वित्तीय रूप से किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है, और उन्हें समाज में सहारा मिलता है। इसके कारण वृद्धों की मानसिक स्थिति भी सही रहती है, क्योंकि उन्हें आर्थिक तनाव नहीं होता।
मई राशन कार्ड सूची हुई जारी, यहाँ से चेक करें अपना नाम
Indira Gandhi National Old Age Pension Scheme के लाभ
- इस योजना के माध्यम से 60 वर्ष से 79 वर्ष तक के वृद्धों को केंद्र सरकार द्वारा 200 रुपए और राज्य सरकार द्वारा 400 रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलती है।
- 80 वर्ष की उम्र के बाद केंद्र सरकार द्वारा 500 रुपए और राज्य सरकार द्वारा 100 रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाती है।
- इस प्रकार, 60 साल के उपरांत वृद्धों को कुल मिलाकर 600 रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलती है।
- इस योजना के माध्यम से वृद्ध व्यक्ति को वित्तीय सहायता प्राप्त होती है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो जाते हैं।
- वृद्ध पेंशन के कारण वृद्धों को पारिवारिक और सामाजिक सहारा भी मिलता है।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य वृद्धों को आर्थिक रूप से समर्थ बनाना है, ताकि वे अपना जीवन यापन सही ढंग से कर सकें।
जानिए कौन होंगे पात्र व्यक्ति
- भारत का नागरिक होना चाहिए।
- उसकी आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर होनी चाहिए, जिसका तात्पर्य है कि व्यक्ति का आय प्रमाण पत्र न्यूनतम श्रेणी का होना चाहिए।
- वृद्ध व्यक्ति का परिवार बीपीएल राशन कार्ड की श्रेणी में होना चाहिए।
- आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक होना अनिवार्य।
- आवेदन कर्ता के बैंक खाते से आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दोनों लिंक होने चाहिए।
इन आवश्यक दस्तावेजों की होगी आवश्यकता
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- बीपीएल राशन कार्ड
- बैंक पासबुक
- फोटो
जानिए कैसे कर सकेंगे आवेदन
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट के होम पेज पर योजना के आवेदन के बटन पर क्लिक करें।
- आवेदन फॉर्म खुलने पर आवश्यक जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन प्रक्रिया पूरी होने पर फॉर्म को फाइनल सबमिट करें। इसके बाद अधिकारियों द्वारा सत्यापन किया जाएगा।
- सत्यापन सही होने पर वृद्धावस्था पेंशन बैंक खाते में आना शुरू हो जाएगी।
इस प्रकार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना वृद्ध व्यक्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है, जिससे उन्हें वृद्धावस्था में आर्थिक सहारा मिलता है।