Cloudbursts in Himachal Pradesh: केरल के वायनाड के बाद अब हिमाचल प्रदेश में कुदरत का रौद्र रूप देखने को मिला। शिमला और मनाली के साथ-साथ ही कई और जगहों पर बादल फटने की वजह से भारी तबाही का मंजर बन गया है।
वायनाड में बादल फटने व भारी बारिश के कारण हुई लैंडस्लाइड में अब तक 256 लोगों की मौत हो चुकी है और जिसमे से कई लोग अभी भी लापता हैं। इसके बाद अब देर रात हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही का मंजर बना दिया।
बादल फटने की वजह से शिमला, मनाली से लेकर कुल्लू तक ये भयानक तबाही देखने को पाई गई। बादल फटने की घटना कुल्लू के मणिकर्ण घाटी, मंडी व शिमला के करीब रामपुर शहर के झाकड़ी इलाके समेत कुल तीन जगह यह घटना घटित हुई है।
बादल फटने की वजह से तीनों ही जगह पर पानी के तेज़ बहाव के साथ आए मलबे के कारण तबाही जैसा मंजर नजर आ रहा है। साथ ही नदियों में पानी अपने रौद्र रूप में है।
लगातार भारी बारिश के चलते मनाली में बह रही ब्यास नदी का पानी अपने सामान्य स्तर से लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं चंडीगढ़ मनाली हाईवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड के चलते हुआ बंद। इस लैंडस्लाइड में कम से कम 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
इस भयावह आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। बादल फटने के बाद की तबाही में कई दर्जनों गाड़ियां भी पानी में बह गई। इन जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन कर लोगों की मदद करने की कोशिश में रेस्क्यू टीम लगातार अपना काम कर रही है।
राज्य के हालत को देखते हुए राज्य के कई जिलों के स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार बुधवार देर रात करीब 12 बजे राजवन गांव में बादलों की तेज़ गड़गड़ाहट के बीच अचानक जोरदार धमाका हुआ और फिर कुछ ही देर में हर तरफ पानी ही पानी अपना रौद्र रूप में था।
वहीं, उत्तराखंड के केदारनाथ में भी बादल फटने की खब राई है जिस कारण वहाँ भी कई लोग फंस गए हैं। उत्तराखंड में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट पर रखा जा रहा है। जिससे वक्त पर मदद के लिए उपलब्ध हुआ जा सके।