What is period: अक्सर ज़्यादातर लड़कियों की यौवन की उम्र में ही मासिक धर्म (माहवारी) की शुरूआत हो जाती है, जिससे वे बच्चियाँ अंजान होती हैं।
यह बाल उम्र की एक ऐसी अवस्था है, जिसमें बच्चों में कई तरह के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलाव होते हैं और वे छोटी अंजान बालिका से बदलकर एक बालिक (Adult) बन जाते हैं, जिन्हें मासिक धर्म के बारे में कोई जानकारी नही होती है। देखा जाए तो 11 वर्ष से 15 वर्ष की उम्र के बीच मासिक धर्म होना बिलकुल आम बात है, क्योंकि हर शरीर का काम करने का अपना एक तरीका होता है। लेकिन इस उम्र के बच्चों को इस प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है। जो देखा जाए तो यह गलत है, जो उनको जानना जरूरी है उसी से वो अंजान होते हैं तो चलिये हम आपकी कुछ मदद कर देते हैं-
माहवारी (Periods) क्या है?- What is period?
What is period: जिसके बारे में हमारे अपने घरों में व स्कूल में कोई जानकारी नहीं दी जाती पीरियड्स शुरू होने से पहले जिससे हम खुद अंजान रहे हैं, और जब यह शुरू हुआ तो यह सोच के डरे हैं कि ये हमे क्या हुआ, ये ब्लड क्यों आ रहा है।
तो चलिये इस के बारे में आज हम कुछ जरूरी बाते कर लेते हैं। हम लड़कियों या औरत कहे क्योंकि हम किसी को जन्म देती हैं इसलिए हमारे शरीर में होने वाले प्रकृतिक जैविक प्रक्रिया के लिए माहवारी (पीरियड) का होना जरूरी होता है, जिसकी वजह से हमारे शरीर का संचालन सही तरीके से चल सके। पीरियड के दौरान हमारे गर्भाशय के अंदर से रक्त व उत्तक आपकी Vagina या योनि के रास्ते बाहर निकलते हैं। यह प्रक्रिया हर महीने में एक बार होनी जरूरी है।
लड़कियों के शरीर में पीरियड की शुरुआत होने का मतलब ही यही है कि उनका शरीर अब अपने आप को संभावित गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) के लिए तैयार करने में सक्षम है। पीरियड्स में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन जैसे हॉर्मोन अंडाशय (ओवरी) से होकर बाहर निकलते हैं। ये वो फ़ीमेल सेक्स हॉर्मोन हैं जो यूटेरिन लाइनिंग या एंडोमेट्रियम का बनना शुरू कराते हैं जोकि एक फर्टिलाइज़्ड एग को पोषित करते हैं।
यही हॉर्मोन ऑव्युलेशन के दौरान किसी एक अंडाशय मे से अंडा निकालने की प्रक्रिया को भी शुरू करते हैं। यह आपकी एग फेलोपियन ट्यूब से होकर गुजरता है और यूटेरिन लाइनिंग से जुड़ जाता है, जोकि फ़र्टिलाइज़ेशन के लिए तैयार है। इसी प्रक्रिया के दौरान यदि अंडाशय से अंडा बाहर नहीं निकलता है तो गर्भपात होना निशिचित होता है।
यह प्रक्रिया को बनने, टूटने, और निकलने में करीब 28 दिन लगते है। ज़्यादातर यह प्रक्रिया महिलाओं में पीरियड साइकिल 21 से 35 दिनों के बीच में कभी भी हो जाती है।
पीरियड आने वाला है, इसके क्या-क्या संकेत हो सकते हैं? (What can be the signs that period is about to come?)
अगर आपके पीरियड शुरू हो गए हैं तो यह अच्छी बात है क्योंकि ये होने ज़रूरी होते हैं, और नहीं हुए, तो घबराए नहीं और ये कुछ संकेत आपकी मदद कर सकते हैं जानने में। वैसे तो Periods का आमतौर पर आपके स्तन के विकसित होने के दो साल बाद शुरू हो जाना चाहिए, लेकिन कभी टाइम थोड़ा ऊपर नीचे हो जाता है।
इसके अलावा और भी कुछ ऐसे संकेत होते हैं, जो आपको ये बताने में मदद कर सकते हैं कि आपका पहला पीरियड कब शुरू होने वाला है। करीब उसी समय के दौरान आपको आपके वजाइना के आस-पास में बाल आते दिखाई देंगे लेकिन ऐसा सभी के साथ नहीं होता है और इसी के साथ आपको आपकी वजईना से एक जेली जैसा डिस्चार्ज दिखेगा जोकि साफ़, सफ़ेद, या हल्का पीला रंग का हो सकता है। ये दोनों ही संकेत आपको मदद करेंगें यह अंदाजा लगाने में कि आपका पहला पीरियड जल्द ही आने वाला है।
अगर आपक मेंस्ट्रुएशन (मासिक धर्म) की शुरुआत हो चुकी है, तो कुछ ऐसे संकेत जो हमेशा आपको यह जानने में मदद करेंगें कि आपके पीरियड आने वाले हैं, वो कुछ इस प्रकार हैं:-
- आपको हल्का दर्द महसूस हो सकता है अपने स्तन में।
- पीरियड्स आने से पहले आपके चहरे पर कुछ मुहांसे आ सकते हैं।
- पीरियड्स आने से पहले आपको पेट में दर्द भी हो सकता है।
- पीरियड्स आने से पहले आपको सिर दर्द भी हो सकता है।
- पीरियड्स आने से पहले आपके कमर में दर्द भी हो सकता है।
- आपका मूड भी चिड़चिड़ा हो सकता है।
- पीरियड्स आने से पहले आपको पेट का फूलना और गैसीय महसूस हो सकता है।
What is period: ऐसा जरूरी नहीं कि यह सभी दिक्कतें आपको हों, इनमें से कोई भी एक या दो दिक्कतें हो सकती हैं। जिसका आपको ध्यान भी रखना है क्योंकि आप स्कूल में हैं या कॉलेज में हो, ऑफिस में, या किसी भी पब्लिक प्लेस में हैं और आपको पीरियड्स हो गए तब क्या करेंगी इस लिए पीरियड के इन संकेतों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि इससे आप सेनेटरी पैड्स जैसे पीरियड में काम आने वाले प्रोडक्ट रखकर पहले से ही इसके लिए तैयार रह सकते हैं, और रास्ते में होने वाली शर्मिंदगी से बच सकती हैं।
पीरियड की साइकिल क्या है?- What is period cycle?
पीरियड साइकिल या मेंस्ट्रुअल साइकिल (मासिक धर्म) का मतलब यही है कि आपके पीरियड के पहले दिन और अगले पीरियड के बीच का समय को होता है वो ही पीरियड्स की साइकिल होती है। उदाहरण के लिए अगर आपका पिछले पीरियड 11 अप्रैल को शुरू हुआ था और आपका अगला पीरियड 9 मई को आया, तो इसका मतलब है कि आपके मासिक धर्म की साइकिल 11 अप्रैल से 9 मई के बीच का समय है।
आपकी गर्भाशय अस्तर 28 दिन में मोटी हो जाती है औरजैसे ही आपके पीरियड्स शुरू होतेहैं उस दौरान यह टूटने लगती है। आपके पीरियड का पहला दिन आपकी पीरियड साइकिल का पहला दिन होता है।
औसतन एक पीरियड 2 से 7 दिनों तक चल सकता है और इस समय के दौरान गर्भाशय अस्तर (यूटेरिन लाइनिंग) टूटती है और वजाइना के रास्ते से बाहर निकलती है। जैसे ही आपके पीरियड्स ख़त्म होते हैं तभी से अगले पीरियड्स तक के लिए यह यूटेरिन लाइनिंग फिर से मोटी हो जाती है, ताकि यह प्रेगनेंसी के लिए तैयार हो सकें।
पीरियड के बाद ठीक चौदवे दिन के करीब, अंडाशय (ओवरी एग) फिर से बाहर निकालता हैं और इस प्रक्रिया को ओव्यूलेशन कहते हैं, यहाँ से यह एग यूटेरस में जाकर यूटेरिन लाइनिंग से जुड़ जाता है।
अगर इस पीरियड के दौरान, एग फर्टिलाइज़्ड (एग को स्पर्म नहीं मिलता) नहीं होता है, तो यूटेरस की लाइनिंग फिर से टूट जाती है और बाहर निकलने लगती है और फिर से पीरियड आ जाते हैं।
जब आपके पीरियड आना ही शुरू होते हैं, मतलब आपने बाल्यावस्था से किशोरियावस्था में कदम रखा ही है तब आपकी पीरियड्स साइकिल कुछ सालों के लिए अनियमित होती है और इसके आने का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। क्योंकि इस समय आपका शरीर अपना प्राकृतिक तालमेल बना रहा होता है, जोकि पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से सामान्य है। एक बार यह तालमेल ठीक तरह से बैठ जाए, तब फिर आपके पीरियड हर महीने समय से आना शुरू हो जाते हैं, और जिसका अंदाजा फिर आप लगा सकती हैं, कि आपको अगली बार किस तारीख पर पीरियड्स हो सकते हैं, कई बार तारीख आगे पीछे भी हो जाती हैं, जो कि आम बात है।
माहवारी से पहले क्या परेशानी होती है? (What problems occur before menstruation?)
अक्सर कई महिलाओं के साथ होता है कि उनके पीरियड आने से कुछ दिनों पहले से ही उनको अपने मासिक धर्म के आने का अनुभव हो जाता है। जैसे कि उनका मूड स्विंग्स होने लगता है, उनके चहरे पर मुहांसे का आना, एंग्जायटी (उत्कंठा) का होना, पेट फूलना, चिड़चिड़ाहट या बेवजह का गुस्सा आना आदि जैसे लक्षणों से वे समझ जाती हैं।
अगर आपके पीरियड्स के शुरुआती समय है तो आपको कुछ दिनों में दर्द महसूस हो सकता है। इसमें पीरियड के दिनों में कमर दर्द के साथ-साथ आपको पेट के नीचले हिस्से में दर्द या हल्का पेट दर्द हो भी हो सकता है। जोकि पीरियड में आम दर्द होता है।
वैसे तो पीरियड्स के दौरान कमर व पेट में दर्द एक आम बात है, लेकिन अगर यह दर्द आपको ज्यादा ही परेशान करे और आपके रोजमर्रा के जीवन पर कुछ भी असर लगे तो बेहतर होगा कि आप अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं और उनसे डिस्कस करें।
What is period: पीरियड के समय होने वाले दर्द को कम करने का उपाय? (How to Solution to reduce pain during periods?)
वैसे तो महिलाओं में दर्द को सहन करने की ताकत बहुत होती है लेकिन जब दर्द असहनीय होने लगे तो कुछ तो करना होगा। वैसे तो आमतौर पर जैसे-जैसे दिन बीतते जाते हैं पीरियड्स का दर्द कम होने लगता है लेकिन अगर पीरियड्स का दर्द आपकी दिनचर्या के लिए रुकावट ला रहा है तो आप इन नुस्खों को आजमा सकती हैं:
ज्यादा दर्द होने पर आप एक हॉट वाटर बैग का इस्तेमाल कर सकती हैं, इसके लिए आपको एक हॉट वॉटर बेग लेना है और अपने पेट व कमर की सिकाई करनी है।
डॉक्टर की सलाह से दर्द निवारक दवाई लें।
पीरियड्स के दर्द को दूर करने के लिए काली गुड वाली चाय भी असरदार रहेगी।
पीरियड्स में ज्यादा दवाइयों का सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है। इस लिए अगर दर्द निवारक गोलियों से पीरियड्स के दर्द में कोई राहत नहीं मिले, तो आपको अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
कुछ ज़रूरी व खास बातें
What is period: Periods लड़कियों के लिए कोई शर्म या बस एक शारीरिक प्रक्रिया व हार्मोनल का हिस्सा ही नही बल्कि उनके विकसित होने की एक बहुत बड़ी प्रक्रिया भी है और इसमें किसी भी तरह की शर्म की कोई बात नहीं है। यह एक कुदरुती बदलव है जो हमारे हाथ की बात नहीं है, जिसका होना हमारे लिए जरूरी है। अगर आपके मन में फिर भी इससे जुड़ी कोई भी दुविधा या सवाल हो तो अपने माता-पिता, बड़े भाई-बहन, या डॉक्टर, या टीचर से इस विषय पर खुलकर बात करने की कोशिश करें, क्योंकि आधी जानकारी कई सवाल व कई डर पैदा करती है, जोकि हमारे लिये गलत साबित हो सकती है।
यह भी पढ़ें
बेली फैट कम करने के आसान और प्रभावी उपाय, स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली के लिए टिप्स